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Wednesday, January 9, 2013

देश में बढ़ा रेल किराया..महंगा हुआ घर जाना

reuters

देश में महंगाई की मार झेल रही जनता पर कांग्रेस सरकार ने एक और महंगाई बम फोड़ दिया है...और ये बम है साल का पहला महंगाई बम है रेल किराया की बढ़ोतरी...और वो भी ऐसे मौके पर जब देश के सामने कई बड़े मुद्दे है निपटने के लिए...सरकार जनता का ध्यान भटकाने के लिए न जाने क्चा-क्या काम कर रही है...रेल बजट दो महिने बाद आएगी...लेकिन सरकार ने सही समय पर अपना दाव चला है...दिल्ली गैंगरेप से ध्यान भटकाने के लिए न जाने क्या-क्या कर रही थी..कभी गैंगरेप पीड़िता को इलाज के लिए विदेश भेज देना,गैंगरेप के विरोध प्रदर्शन में मौत हुए पुलिसकर्मी के मौत पर जनता पर उठाए सवाल...तो न जाने क्या-क्या..इन सब के बाद पाकिस्तान में घूसपैठियों का दो जवानों का सर कलम करना...इन सब बातों को ध्यान में न रखकर सरकार ने रेल का किराय बढ़ाने में अपनी रूची दिखाई है....तो साफ है की सरकार कितनी सजग है अपने जनता को लेकर,कितनी फिक्र मंद है बॉर्डर पर तैनात फौजियों के सुरक्षा को लेकर और कितनी लापरवाह दिख रही है गैंगरेप पीडि़ता के परिवार वालो के और आरोपियों को सजा दिलाने में....इन सब बातों को मैने इसलिए रखा क्यो की मेरे साथ आप भी देख रहे हमारी सरकार कितना काम कर रही है...बिना वजह के काम करने में...


जय हिन्द...:)

Saturday, February 25, 2012

तेल ने खेला खेल....!!!




कच्चे तेल के बढ़ते दाम ने भारत के आर्थिक समीकरणों में उलट फेर शुरू कर दिया है। जिस तरह से कच्चे तेल की कीमत बढ़ रही है, उससे पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी की संभावनाएं बन रही हैं। इससे महंगाई दर में बढ़ोतरी तय है। ऐसा होने पर ब्याज दरों में कमी की योजना पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

बढ़ोतरी का कारण
ईरान ने फ्रांस और ब्रिटेन को तेल की सप्लाई रोक दी है। इसके बाद स्पेन, इटली और ग्रीस को तेल की सप्लाई रोकने की आशंका से कच्चे तेल के दाम उफान पर हैं। अब यह 122 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। सूत्रों के अनुसार, पेट्रोलियम मंत्रालय कच्चे तेल के दाम में तेजी पर नजर रखे हुए है। इस बाबत सरकार तेल कंपनियों और आरबीआई से बातचीत करेगी।

क्या है परेशानी
मार्केट एक्सपर्ट और विनायक इंक के प्रमुख विजय सिंह के अनुसार, ईरान की ओर से फ्रांस और ब्रिटेन की तेल की सप्लाई पर रोका जाना सहन किया जा सकता है। फ्रांस कुल खपत का मात्र 3 फीसदी तेल ईरान से आयात करता है। ब्रिटेन का मामला न के बराबर है। स्पेन अपनी खपत का कुल 13 प्रतिशत, इटली 15 प्रतिशत और ग्रीस करीब 30 प्रतिशत तेल ईरान से लेता है। अगर इन्हें तेल मिलना बंद हो गया तो वे डिमांड पूरी करने के लिए कहीं और हाथ पैर मारेंगे। इसका असर तेल कीमतों पर नजर आने लगा है। कीमत एक ही हफ्ते में 108 डॉलर से बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है। यह और बढ़ सकती है।

पेट्रोल और डीजल का बोझ
जब कच्चे तेल की कीमत 105 से 106 डॉलर प्रति बैरल थी, तब तेल कंपनियों को पेट्रोल पर करीब 8 रुपये प्रति लीटर का और डीजल पर करीब 11 रुपये का घाटा हो रहा था। सूत्रों के अनुसार, तेल कंपनियों ने सरकार पर पेट्रोल के दाम बढ़ाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। वरना, घाटा इतना अधिक हो जाएगा कि भरपाई मुश्किल हो जाएगी।

क्या हो पाएगी ब्याज दर में कटौती
घटती महंगाई दर के कारण ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हुई हैं। मगर कच्चे तेल के बढ़ते दाम इन्हें कम कर सकते हैं। अगर सरकार ने पेट्रोल की कीमतें बढ़ाईं और डीजल को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया या दाम बढ़ाए तो महंगाई दर में इजाफा होगा। ऐसे में आरबीआई किस सीमा तक ब्याज दरों में कमी पर अमल करेगा, इसको लेकर आशंका बनी हुई है।

धोनी ने किया रोटेशन से 'तौबा'


टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि उनके और सहवाग के बीच कोई मतभेद नहीं है। धोनी ने यह भी कहा कि टीम में न तो कोई फूट है और न ही कम्युनिकेशन गैप। लेकिन टीम के कप्तान ने यह जरूर माना है कि ऐसी खबरें खिलाड़ियों के लिए अटपटी स्थिति पैदा करती हैं।
रविवार को होने वाले मैच के बारे में धोनी ने कहा, 'हम रोटेशन पॉलिसी नहीं अपनाएंगे। अब घायल होने की वजह से टीम के खिलाडी़ रोटेट किए जा रहे हैं। यह हमारे नियंत्रण में नहीं है। मैंने कहा था कि हम टूर्नामेंट के पहले हाफ में रोटेशन करेंगे, क्योंकि तभी आप आसानी से ऐसा कर सकते हैं। लेकिन अब चूंकि करो या मरो की हालत है। ऐसे में अगर फिटनेस मुद्दा नहीं बनता है तो हम अपने सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ी मैदान पर उतारेंगे।'
सहवाग से मतभेद पर पूछे गए सवाल के जवाब में धोनी ने किसी तरह की अनबन से इनकार करते हुए कहा, 'अगर आप प्रेस कॉन्फ्रेंस का टेप सुनें तो आपको सारे जवाब मिल जाएंगे। धोनी ने कहा कि ड्रेसिंग रूम में माहौल बेहतर है। शुरू में आपको थोड़ा अटपटा लगता है। कभी कभी आप सोचते हैं कि वह शख्स उस बात पर (जो खबरों में है) भरोसा करने लगा है। और दूसरा शख्स भी यह सोचता है कि पहले शख्स ने ऐसा कहा होगा। लेकिन जब आप एक बार बातचीत सुन लेते हैं तो सारी चीजें साफ हो जाती हैं। इन बातों का हमारे प्रदर्शन या ड्रेसिंग रूम के माहौल पर कोई असर नहीं पड़ता है।'
धोनी ने सहवाग के उस रुख का भी समर्थन किया, जिसमें वीरू ने कहा था कि उन्हें अपने कप्तान से उस बयान को लेकर कोई सफाई नहीं चाहिए जिसमें धोनी ने कहा था कि टीम के सीनियर क्रिकेटर मैदान पर 'स्लो' हैं।
दरअसल, पूरा विवाद धोनी के एक बयान से उठा था। पिछले रविवार को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हुई हार के बाद धोनी से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया कि उन्होंने सचिन, गंभीर और सहवाग को एकसाथ क्यों नहीं मैदान पर उतारा? इसके जवाब में धोनी ने कहा, 'यह हो सकता है (कि तीनों खिलाड़ी खेलें)। लेकिन इससे हमारी फील्डिंग पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। यह मामला सिर्फ इन तीन खिलाड़ियों का नहीं है, बल्कि टीम में ऐसे कई खिलाडी़ हैं जो धीमे हैं। लेकिन अगर आप इन तीनों खिलाड़ियों को भी इसमें जोड़ देते हैं तो टीम में सिर्फ दो या तीन ही अच्छे फील्डर बचते हैं। ये खराब फील्डर नहीं हैं। लेकिन यहां मैदान बड़े होने के नाते वे थोड़े धीमे पड़ जाते हैं।
सहवाग को धोनी की यह टिप्पणी अच्छी नहीं लगी। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद कहा था, 'धोनी ने हमें कभी नहीं बताया (कि हम लोग धीमे फील्डर हैं)। इसके अलावा रोटेशन पॉलिसी की वह वजह जो धोनी ने बताई है, वह उस बात से बिल्कुल अलग है जो धोनी ने हमें बताई थी। धोनी ने हमसे कहा था कि वह युवा खिलाड़ियों को यहां (ऑस्ट्रेलिया में) मौका देना चाहते हैं ताकि वे अगला विश्व कप खेल सकें।' जब सहवाग से कहा गया था कि उन्हें धोनी से इस पूरे मामले पर सफाई मांगनी चाहिए। तो उन्होंने कहा था, 'मुझे उनसे बात करने की क्या जरूरत है? वह कप्तान और अगुवा हैं। अगर उन्हें और कोच को लगता है कि टीम के शीर्ष क्रम को आराम दिया जाना चाहिए तो इससे मुझे कोई परेशानी नहीं है।'

Friday, February 24, 2012

धोनी और सहवाग में सीजफायर?

क्रिकेट बोर्ड के फरमान के बाद टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और वीरेंद्र सहवाग के बीच विवाद खत्म होने का दावा किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार की रात सीनियर खिलाड़ियों के बीच बातचीत हुई। बैठक में सचिन तेंडुलकर, गौतम गंभीर, धोनी और सहवाग मौजूद थे। बताया जा रहा है कि सहवाग और धोनी के बीच ज्यादा बातचीत तो नहीं हुई, लेकिन दोनों ने विवाद खत्म करने पर सहमति जताई।

इसके बाद शुक्रवार को टीम इंडिया के मैनेजर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि खिलाड़ियों के बीच मतभेद दूर कर लिए गए हैं। मतभेद खत्म होने का संदेश देने के लिए धोनी और सहवाग जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस करनेवाले थे, लेकिन वे मीडिया के बीच नहीं आए। जब इस बारे में सवाल पूछा गया, तो मैनेजर के साथ आए इरफान पठान ने केवल इतना कहा कि हम यहां मीडिया से मिलने नहीं, सीरीज जीतने आए हैं।

गौरतलब है कि धोनी-सहवाग विवाद में बोर्ड ने दखल देते हुए दोनों खिलाड़ियों से मामले को जल्द निपटाने का फरमान जारी किया था। बीसीसीआई के प्रेजिडेंट एन. श्रीनिवासन ने कोच डंकन फ्लेचर को वीरू और धोनी के बीच मध्यस्थता करने को कहा था। इसके अलावा बोर्ड के सेक्रेटरी संजय जगदाले ने भी धोनी, सहवाग और फ्लेचर से बात की। जगदाले ने सबसे एक टीम के रूप में सामने आने और किसी भी खिलाड़ी को विवादास्पद बयान नहीं देने का निर्देश दिया।

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पंकज महातो

बजट में बढ़ेगा टैक्स छूट का दायरा


नई दिल्ली ।। डायरेक्ट टैक्स कोड पर नजर डाल रही संसदीय समिति बजट से पहले इनकम टैक्स में ज्यादा राहत की सिफारिश कर सकती है। उम्मीद है कि वह टैक्स से छूट वाली आय सीमा को बढ़ाकर 3 लाख रुपये करने के लिए कहेगी , जो फिलहाल एक लाख 80 हजार रुपये है। साथ ही वह 2.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट देने की सिफारिश करेगी। यह निवेश पीएफ , लाइफ इंश्योरेंस , बच्चे की शिक्षा आदि पर होगा। फिलहाल इस मद में एक लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है। इसके अलावा इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉण्ड में 20 हजार रुपये के निवेश से टैक्स बचत की जा सकती है।



बता दें कि डायरेक्ट टैक्स कोड से जुड़े बिल में टैक्स छूट वाली आय सीमा 2 लाख रुपये करने की बात है। यह बिल कानून बनने पर इनकम टैक्स ऐक्ट 1961 की जगह लेगा। इस बिल के मसौदे को 2010 में वित्त संबंधी संसद की स्थायी समिति के पास भेजा गया था। बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा की अध्यक्षता में समिति की मीटिंग के बाद सूत्रों ने बताया कि सदस्यों में टैक्स छूट वाली आय सीमा 3 लाख रुपये और निवेश की सीमा 2.5 लाख रुपये करने पर आम सहमति थी।

समिति ने तय किया है कि वह अपनी रिपोर्ट को 2 मार्च तक अंतिम रूप दे दगी। इसके बाद डायरेक्ट टैक्स सिस्टम के प्रस्तावित सुधारों पर संसद विचार करेगी। गौरतलब है कि बजट सेशन 12 मार्च से शुरू होने जा रहा है। समिति अपनी रिपोर्ट मार्च के तीसरे हफ्ते में संसद को सौंप देगी। गुरुवार को कांग्रेस नेताओं ने वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से गुजारिश की थी कि बजट से सबका दिल खुश कर करिए और इनकम टैक्स की छूट बढ़ाइए।


Tuesday, January 24, 2012

'जिस्म 2' के लिए हिंदी सुधारने पर ध्‍यान दे रही हैं सन्नी लियोन




पॉर्न स्टार सन्नी लियोन पूजा भट्ट की फिल्म 'जिस्म 2' का औपचारिक तौर पर हिस्सा बन गई हैं। फिल्म की निर्देशक पूजा भट्ट ने इस बाबत कहा, 'हमें कुछ खटक रहा था, इस वजह से सन्नी को साइन करने में इतना वक्त लगा।' सन्नी फिल्म की शूटिंग में हिस्सा लेने के लिए मार्च में भारत आएंगी।
पूजा भट्ट ने इस बात की भी पुष्टि कर दी है कि सन्नी इस फिल्म में दिल्ली की ही एक लड़की की भूमिका निभा रही हैं। फिल्म की शूटिंग दिल्ली और जयपुर में होगी। फिल्म में वे एक ऐसी लड़की का किरदार निभा रही हैं, जो विश्वविद्यालय से पढ़कर निकली है। पूजा भट्ट को 'जिस्म 2' के दो हीरो की तलाश है।



पूजा के मुताबिक, 'एक हीरो युवा होगा और दूसरा 40 साल के आसपास का होगा। पूजा ने यह भी बताया कि सन्नी अपनी हिंदी सुधारने के लिए काफी मेहनत कर रही हैं। हम सन्नी के पास डायलॉग की कॉपी भेज रहे हैं। सन्नी का कहना है कि उन पर 24 घंटे हिंदी का ही सुरूर छाया हुआ है।'
लेकिन पूजा ने यह बताने से इनकार कर दिया कि सन्नी को इस फिल्म के लिए कितनी रकम मिल रही है। सनी ने एक बयान में कहा है कि मैंने फिल्म की कहानी सुनने के बाद ही इस फिल्म में काम करने के लिए तैयार हुए।

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फिल्म रिलीज से पहले ही अमिताभ से डर गए ऋतिक!

कहा जा रहा है कि अग्निपथ की रिलीज डेट जैसे-जैसे करीब आती जा रही है वैसे-वैसे ऋतिक का डर बढ़ता जा रहा है। सदी के महानायक के का रीमेक बनाकर अब ऋतिक को क्यों हो रहा है ये एहसास कि अमिताभ के आगे ये नया विजय दीना नाथ चौहान कुछ भी नहीं। खुद कह रहे हैं कि ऋतिक की ये विजय बिल्कुल अलग है।
जी हां, वही अग्निपथ जो अमिताभ की पहचान है। एक ऐसा किरदार जो आज भी लोगों के जेहन में तरो ताजा है। और अब जब करण जौहर ने अग्निपथ के रीमेक में ऋतिक को लिया तो जाहिर है तुलना तो होगी ही। नए विजय दीनानाथ चौहान को देखने लोग इसलिए जाएंगे क्योंकि उनके दिलोदिमाग में आज भी वही अमिताभ का किरदार बसता है। लेकिन इन सब से परे ऋतिक ये मानते हैं कि इस फिल्म की कहानी बिल्कुल अलग है और न सिर्फ विजय के किरदार को बल्कि कांचा चीना के रोल को भी पुरानी फिल्म से कंपेयर नहीं किया जाना चाहिए।



वैसे भले ही आपको इस फिल्म में अमिताभ जैसे ऋतिक भले ही नजर न आएं। लेकिन ऋतिक के इस नए लुक को काफी पसंद किया जा रहा है। कांचा चीना बने संजय दत्त भी सुर्खियां बटोर रहे हैं। साथ ही प्रियंका और ऋतिक का रोमांस भी फिल्म को और दिलचस्प बना चुका है। बाकी रही सही कसर तो चिकनी चमेली ने पूरी पहले ही कर दी है। 26 जनवरी को फिल्म सिनेमाघरों में होगी और ऋतिक की ख्वाहिश है कि वो सबसे पहले अमिताभ को ये फिल्म दिखाएं।


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